"सितारों से आगे जहाँ और भी हैं।"
जीवन एक ऐसी यात्रा है जो कभी भी खत्म नहीं होती। लोग चले जाते हैं लेकिन जिन्दगी चलती रहती है। बहुत किस्मत वाले होते हैं जो इस जीवन कि यात्रा में अपनी छाप छोड़ जाते हैं। और लोगो के दिलो में जिन्दा रहते हैं। मुझे याद आता है एक quotation " Winners don't do different things, they do the things differently". वो differently क्या चीज़ है।
जब हम सभी के पास ज्ञान है, शक्ति है और इच्छा भी है तो फिर चूक कहाँ पर है। शायद लगन कि कमी है, लक्ष्य के लिए पागलपन कि कमी है। जी हाँ, जब तक पागलपन सर चढ़ कर न बोले , तो फिर वो पागलपन ही क्या? बंदगी बा-कैदे होश, कुफ्र है बंदगी नहीं।
आइये हाँथ उठाये हम भी, हम जिन्हे रस्म-ऐ -दुआ याद नहीं।
हम जिन्हे सोज़-ऐ-मुहबत के सिवा, कोई बुत , कोई खुदा याद नहीं।
2 comments:
सही लिखा है......हममें से कितने हैं जिन्हें जीवन का लक्ष्य पता है.....जिसे हम अपने जीवन का लक्ष्य समझ कर उम्र भर उसके पीछे भागते रहतें हैं उसका भ्रम तब समझ में आता है जब हम उस तक पहुँचते हैं............मगर तब तक उम्र बीत चुकी होती है, कुछ और करने का वक़्त ही नहीं रहता .......विडंबना ही है कि हमारा अहं अंत तक इस बात को स्वीकार भी नहीं करने देता............
सही लिखा है......हममें से कितने हैं जिन्हें जीवन का लक्ष्य पता है.....जिसे हम अपने जीवन का लक्ष्य समझ कर उम्र भर उसके पीछे भागते रहतें हैं उसका भ्रम तब समझ में आता है जब हम उस तक पहुँचते हैं............मगर तब तक उम्र बीत चुकी होती है, कुछ और करने का वक़्त ही नहीं रहता .......विडंबना ही है कि हमारा अहं अंत तक इस बात को स्वीकार भी नहीं करने देता............
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