Thursday, December 6, 2012

आगे तुम्हारी मर्जी ............

बहने दो ....... an outlet is must...

Means....

Yes.....I mean the same ...what you have understood. 

You want me to face the wrath...again and again and again ...

forget the world.....दुनिया .... दुनिया ....दुनिया। 

उस दुनिया को क्यों नहीं जीते जो तुम्हारे अंदर है .....जो कुदरत की देन है ........समझो मेरी बात को, महसूस करो इस सच को की हमारा स्वभाव, हमारा nature ... ये खुदा की देन है .....क्यों इस को बदलना चाहते हो .....वो भी दूसरों की वजह से .......कमाल करते हैं .....आप। जब तक अंदर से पस और मवाद नहीं निकलेगा ..... आराम कहाँ से आएगा ....... I am telling you. 

तो क्या करूँ .....बगावत कर दूँ ......??.....चुप क्यों हैं ....बोलिए न ......

किस कमबख्त ने तुमसे बगावत करने को कहा है ......लेकिन इतना जरूर याद रखना की Jonathan - Livingston Seagull --में ......परिवार से आगे बढ़ना पड़ा उसे .....क्योंकि वो अपनी जिन्दगी जीना चाहता था .........

परिवार से आगे बढ़ना पड़ा ....इस को समझायेंगे ........

मुझे लग रहा था .....की तुम इस पर जरूर भोंवे ऊँची करोगे .......मैं किसी परिवार से बगावत करने का पक्षधर नहीं हूँ ......लेकिन मैं इसका भी पक्षधर नहीं जहाँ जिन्दगी मेरी .....शर्तें तुम्हारी .....परिधान मेरा ...पसंद आप की .....साँसे मेरी ....अधिकार आप का .........ये जिन्दगी है .......जेल नहीं .......जहाँ हर कैदी आज़ाद है .....चारदीवारी के अंदर .......

जिन्दगी जीने को दी ..................जी मैंने, किस्मत में लिखा था पी ..............तो पी मैंने। 
मैं न पीता तो उसका लिखा गलत हो जाता , उसके लिखे को निभाया .............क्या खता की मैंने .....

You can not understand......what ordeal I am passing thru ....

May be....and truly so......only the wearer knows where shoe pinches.....

then ...what you say.....

Me.....मेरी तो सोच बड़ी सरल है .......अपने इस मकड़  जाल से निकलो ....और वो करो ....जिसमें तुम्हे ख़ुशी मिलती है। अगर दूसरों को ख़ुशी देनी है तो खुश रहना जरूरी है ........प्रसन्ता का उदय तो आत्मा में होता है ....चेहरे पर जो झलकता है ..वो तो उसका प्रतिबिम्ब है .....

आगे तुम्हारी मर्जी ...........

वक़्त जब लिखेगा अपना फैसला तब देखना 
सैकड़ों खुशफेह्मियों के मुंह खुले रह जायेंगे। 

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